भगवद्गीता प्रणीत बुद्धियोग -- चित्रप्रत
(बहुधा अश्विनीने डीटीपी केले होते)
मेरी प्रांतसाहबी -- अर्थात् आई ए एस में आने के बाद 1 वर्षकी जिला ट्रेनिंग और अगले 2 वर्ष उसी पुणे जिले के हवेली सब डिविजन में सब डिविजनल ऑफिसर की पोस्टिंग में मैंने क्या देखा और क्या सीखा, उसका यह कच्चा-चिठ्ठा .... जो नया ज्ञानोदय के .... अंक में प्रकाशित हो चुका है। All kept on suvarna_panchhi/css
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